किशनगढ़ में जमीन विवाद को लेकर खूनी झड़प, एक की मौतअजमेर के किशनगढ़ स्थित रुपनगढ़ में एक जमीन विवाद को लेकर दो गुटों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले और फायरिंग हुई। इस संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मामला श्वेतांबर जैन समाज के छात्रावास की जमीन पर निर्माण को लेकर उत्पन्न हुआ था।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सरपंच इकबाल छिपा पर आरोप है कि उसने जमीन का फर्जी पट्टा किसी अन्य व्यक्ति को दिया था। इस फर्जी पट्टे की आड़ में इकबाल छिपा के समर्थक निर्माण कार्य कर रहे थे, जिससे कुछ लोगों ने जमीन पर अपने अधिकार का दावा किया। विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गई, जिसमें फायरिंग भी हुई। इस अफरा-तफरी के बीच एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिखाया गया है कि कुछ लोग निर्माण स्थल से भागते नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरे गुट के लोग उन पर लाठी-डंडे बरसा रहे हैं। इस दौरान जेसीबी मशीन को घेरकर भी लोग उस पर हमला कर रहे थे। जेसीबी चालक किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल हुआ, जबकि कई गाड़ियां लोगों को धक्का मारते हुए भाग गईं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, झड़प के दौरान जेसीबी में आग लगाने की कोशिश भी की गई। इस हिंसक घटना के कारण पूरे रुपनगढ़ क्षेत्र में तनाव का माहौल है। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर बल तैनात किया है और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने एक जेसीबी, एक कार और कई अन्य वाहनों को जब्त किया है।स्थानीय पुलिस अधीक्षक घटनास्थल पर मौजूद हैं और मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस झड़प में बाहरी लोग भी शामिल थे। मृतक की पहचान अलवर के निवासी के रूप में हुई है, जबकि एक अन्य घायल व्यक्ति की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।घटना के बाद रुपनगढ़ बस स्टैंड और मुख्य बाजार को बंद कर दिया गया है। पुलिस ने एक्शन लेते हुए कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
स्थानीय समुदाय और जैन समाज ने इस घटना से खुद को दूर रखा है, जबकि पुलिस ने मामले की जांच को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया है। इस घटना ने पूरे इलाके में सुरक्षा के लिहाज से चिंता बढ़ा दी है, और पुलिस प्रशासन अब सतर्कता बरतने के लिए तैयार है।जमीन विवाद के इस खूनी संघर्ष ने सभी को चौंका दिया है और अब यह देखने की बात होगी कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है। क्षेत्र में तनाव अब भी बरकरार है, और स्थानीय लोगों में भय का माहौल है।