अजमेर के क्रिश्चनगंज थाना इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब 12 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी विवाद के चलते दो बुजुर्ग बहनों का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया। इस वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी, लेकिन पुलिस की तत्परता और तेज़ी के चलते महज 12 घंटे में इस मामले का खुलासा कर दिया गया। पुलिस ने मुख्य आरोपी आदिल शेख सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर दोनों बहनों को सुरक्षित छुड़ा लिया।
प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा अपहरण
एडिशनल एसपी दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि इस मामले की जड़ें 2020 से जुड़ी हुई हैं, जब मुख्य आरोपी आदिल शेख ने 12 करोड़ रुपये की संपत्ति के दस्तावेजों के आधार पर एक मुकदमा दर्ज कराया था। दूसरी ओर, पीड़ित परिवार ने आदिल के दस्तावेजों को फर्जी बताते हुए 2023 में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद मामले की जांच चल रही थी। इसी बीच, शनिवार सुबह आदिल शेख और उसके सहयोगियों ने विवादित प्रॉपर्टी से जुड़े दूसरे पक्ष की बुजुर्ग बहनों, कुमकुम जैन (73) और रमा रानी जैन (70) का अपहरण कर लिया।
चार लग्जरी कारों में हथियारों के साथ आए अपहरणकर्ता
अपहरणकर्ता चार काली लग्जरी कारों में आए और हथियारों के बल पर दोनों बहनों को उनके घर से उठा ले गए। इस वारदात से इलाके में दहशत का माहौल बन गया। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत शहर में नाकाबंदी करवाई। बदमाशों ने नाकाबंदी और पुलिस की दबिश को देखते हुए कायड़ रोड के निकट दोनों महिलाओं को छोड़ दिया और गाड़ी को वहीं छोड़कर फरार हो गए।
12 घंटे में किया मामले का खुलासा
मुख्य आरोपी आदिल शेख को पुलिस ने कायड़ रोड पर ही पकड़ लिया, जबकि अन्य तीन आरोपी फरार हो गए। बाद में पुलिस ने रोहित, मुकेश और मोइनुद्दीन को भी गिरफ्तार कर लिया। थानाधिकारी अरविंद चरण की टीम ने 12 घंटे के अंदर इस मामले का खुलासा कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों ने दी धमकी और मांगे 2 करोड़ रुपये
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने कुमकुम और रमा रानी जैन को धमकाया था कि अगर वे मामले को रफा-दफा नहीं करेंगे, तो उन्हें मार दिया जाएगा। आरोपियों ने 2 करोड़ रुपये खर्च करने की बात कहते हुए इस मामले को जल्द सुलझाने की धमकी दी थी। इस घटना के बाद इलाके में भय का माहौल है, लेकिन पुलिस की तेजी से कार्रवाई ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है।
आदिल शेख पर पहले भी दर्ज हैं केस
आदिल शेख पर पहले भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए प्रॉपर्टी हड़पने के मामले दर्ज हैं। पुलिस उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही, अन्य तीन आरोपियों के खिलाफ भी विभिन्न थानों में केस दर्ज हैं। पुलिस अब पुख्ता सबूत इकट्ठा कर रही है ताकि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर अजमेर में प्रॉपर्टी विवादों से जुड़े अपराधों पर ध्यान केंद्रित किया है, और पुलिस की सक्रियता ने जनता में विश्वास बनाए रखा है।