Homeराजनीतिगडकरी का बड़ा खुलासा: प्रधानमंत्री बनने का समर्थन मिला, लेकिन प्रस्ताव ठुकराया।

गडकरी का बड़ा खुलासा: प्रधानमंत्री बनने का समर्थन मिला, लेकिन प्रस्ताव ठुकराया।

नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में खुलासा किया कि उन्हें प्रधानमंत्री पद का समर्थन प्रस्तावित किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनना उनका जीवन का लक्ष्य नहीं है, और उनके लिए संगठन और सिद्धांत अधिक महत्वपूर्ण हैं। गडकरी का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और उनकी विनम्रता की सराहना की जा रही है।

शनिवार को नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने खुलासा किया कि उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को विनम्रता से ठुकरा दिया। गडकरी ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री बनना उनका लक्ष्य नहीं है, और उन्होंने अपने सिद्धांतों और संगठन के प्रति अपनी निष्ठा को सर्वोपरि बताया।

गडकरी ने अपने भाषण में कहा, “मुझे एक घटना याद है… मैं किसी का नाम नहीं लूंगा। उस व्यक्ति ने मुझसे कहा, ‘अगर आप प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, तो हम आपका समर्थन करेंगे।’” हालांकि, गडकरी ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनना उनके जीवन का उद्देश्य नहीं है और उनका लक्ष्य अपने सिद्धांतों के साथ ईमानदार रहना है।

पद के प्रति कोई महत्वाकांक्षा नहीं

गडकरी ने बताया कि जब उन्हें इस तरह का प्रस्ताव मिला, तो उन्होंने सोचा कि समर्थन की पेशकश क्यों की जा रही है और उन्हें इसे स्वीकार क्यों करना चाहिए। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नहीं है। मैं अपनी निष्ठा और संगठन के प्रति वफादार हूं, और मैं किसी भी पद के लिए समझौता नहीं करूंगा क्योंकि मेरे सिद्धांत मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं।”

गडकरी का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। गडकरी की विनम्रता और उनकी निष्ठा की प्रशंसा की जा रही है, क्योंकि राजनीति में ऐसे नेताओं की कमी महसूस की जाती है जो पद की लालसा से परे होकर अपने सिद्धांतों पर टिके रहते हैं।

नितिन गडकरी

2019 और 2024 के चुनावों में संभावित प्रधानमंत्री उम्मीदवार

2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान, कई गैर-एनडीए दलों के नेताओं ने संकेत दिया था कि यदि भाजपा बहुमत से कम सीटें (250 से अधिक) जीतती है, तो वे नितिन गडकरी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में समर्थन दे सकते हैं। गडकरी का कार्यकाल केंद्रीय मंत्री के रूप में काफी सफल रहा है, और उन्हें भाजपा के अंदर और बाहर दोनों जगह एक मजबूत नेता के रूप में देखा जाता है।

विभिन्न सर्वेक्षणों में भी गडकरी का नाम प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों में शामिल किया गया था। उन्हें उनकी क्षमता, कार्यकुशलता और कुशल नेतृत्व के लिए सम्मानित किया जाता है, खासकर उनकी सड़क और परिवहन परियोजनाओं के लिए, जो देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

नागपुर से तीन बार के सांसद

नितिन गडकरी महाराष्ट्र के नागपुर लोकसभा क्षेत्र से तीन बार सांसद रहे हैं। उन्हें मोदी कैबिनेट में एक सशक्त मंत्री माना जाता है, और उनके नेतृत्व में सड़क और परिवहन के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू की गई हैं। गडकरी की लोकप्रियता उनके कार्यों और उनके सार्वजनिक जीवन में निष्ठा के कारण बढ़ी है।

गडकरी ने अपने राजनीतिक जीवन में विभिन्न चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने सिद्धांतों पर टिके रहने की कोशिश की है। उनके नेतृत्व में देश में सड़क और परिवहन का नेटवर्क तेजी से बढ़ा है, जिससे भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार हुआ है। गडकरी की स्पष्टता और उनके नेतृत्व के प्रति उनकी निष्ठा के कारण वे भारतीय राजनीति में एक प्रमुख चेहरा बने हुए हैं।

गडकरी का यह बयान न केवल उनके व्यक्तित्व की गहराई को उजागर करता है, बल्कि भारतीय राजनीति में उनके महत्व और भविष्य में उनकी भूमिका के बारे में भी संकेत देता है। हालांकि उन्होंने प्रधानमंत्री पद को ठुकरा दिया है, लेकिन उनके समर्थकों और प्रशंसकों के बीच उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है,

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