पाली के हाउसिंग बोर्ड आशापूर्णा सोसाइटी के बाहर, मुख्य पाली-जोधपुर रोड पर शाम के समय आवारा पशुओं का जमावड़ा आम होता जा रहा है, जिससे सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है। इन आवारा पशुओं के कारण जनता परेशान है, लेकिन प्रशासन की ओर से इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन सावन की बारिश का मजा लेने में व्यस्त है और शहर की समस्याओं से बेखबर है।
आज शाम को ही एक मोटरसाइकिल सवार युवक आवारा पशु के चपेट में आकर हादसे का शिकार हो गया। सौभाग्य से, युवक को ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आईं, लेकिन यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है। अगर प्रशासन ने समय रहते कदम नहीं उठाए, तो आने वाले दिनों में और भी गंभीर हादसे हो सकते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आवारा पशुओं का सड़कों पर खुलेआम घूमना और अचानक से सड़क पर आ जाना एक बड़ी समस्या बन गई है। इससे न केवल राहगीरों को बल्कि वाहन चालकों को भी खतरा बना रहता है। लोग बार-बार प्रशासन से इस समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी आवाजें अनसुनी की जा रही हैं।
यह समस्या सिर्फ पाली-जोधपुर रोड तक ही सीमित नहीं है; पूरे शहर में आवारा पशुओं का यही हाल है। प्रशासन की उदासीनता से जनता का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोग कहते हैं कि जब तक प्रशासन की सावन की बौछारें खत्म नहीं होंगी, तब तक शहर की समस्याओं पर उनका ध्यान नहीं जाएगा।
इस बीच, लोगों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है, ताकि सड़क हादसों में कमी आ सके और आम जनता को राहत मिल सके। अब यह देखना बाकी है कि प्रशासन कब जागेगा और इस गंभीर समस्या का समाधान करेगा।