उत्तर प्रदेश के बहराईच जिले में आदमखोर भेडियो की वजह से 9 लोगों की जान जा चुकी है 45 से ज्यादा लोग भेडियो के हमले से घायल हो चुके हैं। आदमखोर भेड़ियों के आतंक के वजह से गाँव वाले दहशत मे जी रहे हे। गांव में आसपास के एरिया में वन विभाग की टीम भेडियो पकड़ने के लिए अलग-अलग टीम बनाकर रात को गश्त कर रही है। वन विभाग की टीम के साथ गांव वाले भी रात को गश्त कार रहे हे। भेडियो के पकडने के लिए वन विभाग के बड़े-बड़े अफसर भी गांव के अंदर डेरा डालकर बैठे हैं। आदमखोर भेड़ियों ने 35 गांवों में खौफ का माहौल बना दिया है।
35 गाँव वाले पूरी रातभर लोग जागकर अपने परिवार की सुरक्षा कर रहे हैं। इतना ही नहीं वन विभाग की ओर से लोगों को सुरक्षित रहने के बारे में भी बताया जा रहा है। वन विभाग का कहना है कि इलाके में छह भेड़ियों का एक झुंड है, जो लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है। इनमें से आज एक और भेड़िये को पकड़ लिया गया है। अब तक चार भेड़िये पकड़ में आ चुके हैं और दो की तलाश की जा रही।
मार्च मे भेडयो ने मक्कापुरवा, औराही जगीर, कोलैला, नथुवापुर, बड़रिया, नकवा, नयापुरवा समेत आसपास के गांवों में भेड़िए ने कई हमले किए। बाद मे भेडियो ने धीरे धीरे अपना दायरा बढ़ा दिया और लगभग 35 गाँव मे अपना आतंक फैला दिया। भेड़ियों को पकड़ने के लिए 18 टीम में बनाई गई है
आदमखोर भेडियो ने 50 दिनों के अंदर दिनों के अंदर गाँव के 6 बच्चो को मार दिया। भेडियो का आतंक इतना हे की सभी गाँव वाले हनुमान चालीसा पढ़ते हे इसके अलावा भगवान की माला और जाप भी करते। वन विभाग की टीमों ने गाँव वालो को दरवाजा बंद करके सोने की हिदायत दी गयी हे। इसके अलावा अनाउंसमेंट कर लोगों से कहा जा रहा है कि वह रात के समय या अंधेरे में घरों से बाहर नहीं निकलें। भेडियो को भागने के लिए रातभर पटाखे और ढ़ोल से भगारहे हे।
आदमखोर भेड़िए 4 पकड़े गए और अब 2 भेडियो के लिए भी वन विभाग की टीमने खेतों के बीच ड्रोन के जरिए भेड़ियों का सुराग तलाश रही है। जाल के साथ जगह-जगह पिंजरा लगाया गया है।ड्रोन कैमरा, इंफ्रा रेड कैमरा, थर्मल इमेजिंग कैमरा का इस्तेमाल करके भेड़िए की तलाश की जा रही है।
बहराइच के मेहसी विधायक सुरेश्वर सिंह ने खुद राइफल लेकर गांवों का दौरा किया है, और उनके समर्थक भी गांवों में तैनात हैं। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य भेड़ियों की हत्या नहीं है, बल्कि लोगों को सुरक्षा का भरोसा देना है।