जितेन्द्र हर्ष (राजनीति विश्लेषक )
15 अगस्त 24 को भारत अपना 78 स्वतंत्रता दिवस मना रहा था। दिल्ली के लाल किले मे देश के प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी ने ध्वजा रोहण कर देश को सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री का भाषण आज 98 मिनट तक भाषण दिया जो एक रिकॉर्ड है और ऐतिहासिक है 14 साल के बाद आज राहुल गांधी लोकसभा मे पनेता प्रतिपक्ष के नेता है और को आमंत्रित किया और राहुल गाँधी आए भी लेकिन उनकी सीट की लाइन को देखकर कांग्रेस ने हंगामा कर दिया। कांग्रेस के नेताओं ने इसको बीजेपी की ओछी सोच बता दीया और राहुल गाँधी को महान बता रहे है। अब जहाँ राहुल गाँधी हो और वहा हंगामा ना हो ऐसे कैसे हो सकता है। इस हंगामे के बाद रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान जारी किया और बताया की राहुल गाँधी की सीट आगे लाइन मे थी लेकिन वो अपने मन से बैठे पीछे जाके। फिर भी कांग्रेस इस पर हंगामा कर रही है।
कांग्रेस वैसे तो ये हंगामा कर रहे है की राहुल गांधी की बेइज्जती कर दी आज मोदी सरकार ने लेकिन जब ररक्षा मंत्रालय ने साफ कर दिया और राहुल गाँधी ने भी पीछे बैठने की बात बोल दी तो कांग्रेस बेशर्म की तरह पुरे दिन नाटक करती रही। राहुल गाँधी क्यों नहीं स्पष्ट कर रहे है ये भी सवाल है। ये एक षड्यंत्र है मोदी के खिलाफ जनता को उनकी छवि खराब करने के लिए।
कांग्रेस बोलती है की नेता प्रतिपक्ष संसद मे प्रधानमंत्री के बाद आता है ना और कैबिनेट मिनस्टर के ऊपर आटा है लेकिन कांग्रेस को याद नहीं है या जानबूझकर नाटक कर रही है। दरअसल नेता प्रतिपक्ष के नेता कैबिनेट मंत्री से ऊपर नहीं आटा वो समकक्ष आता। कांग्रेस को ये जानकारी होंगी तो छुपा रही जहै या पता नहीं है सविधान मे या संसद के प्रोटोकॉल मे कही नहीं लिखा है की और इनको सुविधा भी कैबिनेट मंत्रियो वाली मिलेगी सुविधा भी कैबिनेट मंत्री वाली मिलती है। 2014 मे जब राहुल गाँधी सिर्फ नेता है सासंद थे तब भी राहुल गाँधी ने सबसे आगे बैठाया। पिछले साल तो मल्लिका अर्जुन खड़गे ने नहीं आए तब खड़गे ने बॉययकात किया था। मालिक्काअर्जुन खड़गे की भी सीट थी लेकिन वो नहीं आए। कांग्रेस सिर्फ राजनीती करके हिन्दुस्तान बदनाम करती है। विपक्ष के नेता होता सरकार से सवाल करना लेकिन राहुल गाँधी सवाल नही पूछते देश को बदनाम करने मे लगा रहता है।