कोटा जिले के रेतिया चौकी स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के गृह जिले में यह मामला शिक्षा विभाग के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, स्कूल के शिक्षक निर्मल कुमार नामा ड्यूटी के दौरान स्कूल से नदारद थे, लेकिन उनके हस्ताक्षर नियमित रूप से हाजिरी रजिस्टर में पाए गए। इस फर्जीवाड़े का खुलासा खुद स्कूल की अन्य शिक्षकों द्वारा किया गया।
स्कूल की प्रिंसिपल वंदना घाटिया पर आरोप लगा है कि उन्होंने शिक्षक निर्मल कुमार नामा के हस्ताक्षर खुद किए। यह मामला तब सामने आया जब शिक्षकों ने हाजिरी रजिस्टर में फर्जी हस्ताक्षर को लेकर हंगामा कर दिया। शिक्षक खुशबू करोलिया और सरिता मीणा ने प्रिंसिपल के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए और कहा कि यह साइन टीचर के नहीं बल्कि प्रिंसिपल ने खुद किए हैं।
प्रिंसिपल वंदना घाटिया ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि साइन फर्जी नहीं हैं और टीचर खुद अपने काम से बाहर गए थे। वहीं दूसरी तरफ, विद्यार्थियों का कहना है कि संबंधित टीचर अक्सर स्कूल में अनुपस्थित रहते हैं। इस बीच अन्य शिक्षकों ने दावा किया है कि उन्होंने फर्जी हस्ताक्षर की रिकॉर्डिंग भी कर रखी है, जो मामले की पुष्टि कर सकती है।
इस घटना के बाद शिक्षा विभाग में हंगामा मच गया है, और यह मामला अब उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आ चुका है। शिक्षा मंत्री की ओर से इस मामले पर कोई बयान नहीं आया है, लेकिन स्थानीय लोगों में शिक्षा विभाग की निष्क्रियता को लेकर आक्रोश है।
यह मामला सरकार की शिक्षा व्यवस्था और सरकारी स्कूलों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाता है। अब यह देखना होगा कि शिक्षा विभाग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और दोषियों के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं।