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4 दिन बाद उदयपुर घायल छात्र की आज ईलाज के दौरान के मौत, शहर मे पुलिस बल तैनात।

राजस्थान के उदयपुर जिले 16 अगत को दो छात्रों में आपसी विवाद होने पर एक छात्रा ने दूसरे छात्र को चाकूओ से गोद दिया। जिस छात्रा को चाकू से मारा उसका नाम देवराज था और उस छात्र की आज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने बीबीसी से छात्र की मौत की पुष्टि करने के बाद जिले में इंटरनेट सेवाएं 24 घंटे के लिए और बढ़ा दी है और उदयपुर जिले को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है। कलेक्टर ने आदेश दिया है कि आगामी आदेश तक जिले के सभी सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूल और कॉलेज बंद रहेगे। आपसी विवाद में घायल छात्र का इलाज पिछले 4 दिन से उदयपुर के महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय में इलाज चल रह था। देवराज की तबीयत आज 3:00 बजे बिगड़ गई थी जिसको डॉक्टर ने उसकी तबीयत से करने के लिए बहुत कोशिश की और इसी इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक देवराज का शव में रख दिया गया है और अस्पताल के बाद भारी सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी पुलिस बल तनाव किया गया है।

देवराज की मौत की खबर सुनकर देवराज के परिवार वाले शव लेने से मना कर दिया था। मृतक के परिवार वालों की एक ही मांग थी कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। शत्रु के अनुसार बताया जाता है कि परिवार वालों ने और भी मांगे सरकार के सामने रखी। सरकार ने मृतक के परिवार को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने, परिवार के 1 सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और एसटी-एससी एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई करने पर सहमति बन गई। बताया जाता है कि लोगों ने स्कूल स्टाफ को बदलने की भी मांग रखी थी और सरकारी नौकरी की भी मांग रखी । प्रशासन सरकारी नौकरी के लिए सरकार को प्रस्ताव पत्र भेजेगी। मृतक देवराज के परिवार वालों की मांगो के ऊपर सहमत होने के बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाया। कल सुबह मृतक देवराज का शव परिवार वालों को दे दिया जाएगा। 7:00 बजे उसका दाह संस्कार होगा।

जब देवराज की मौत की खबर आई तब जिले के कई संगठन अस्पताल के इमरजेंसी के बाद इकट्ठा हो गए। प्रशासन और सरकार पर आरोप लगाया कि चार दिन से हमें और परिवार वालों को देवराज को लेकर झूठ बता रहे थे। कुछ संगठनों का कहना था देवराज को तो दिल्ली ले जाते थे और अचानक मौत कैसे हो गई इसका मतलब देवराज की मौत दो-तीन दिन पहले हो गई लेकिन जिले के माहौल को देखते हुए डिक्लेअर नहीं किया। अब जैसे ही जिले में शांति हुई तो अचानक से देवराज की मौत को डिक्लेयर कर दिया।

जैसा कि सबको पता है चार दिन पहले भटियानी चौक के सरकारी स्कूल में दो छात्रों के बीच विवाद हुआ तो एक विशेष समुदाय से आने वाले छात्र ने देवराज को चाकू से गोद दिया। फिर सबसे पहले छात्र को लहु लुहान देखने के बाद स्कूल स्टाफ ने सरकारी अस्पताल लेकर गए फिर देवराज के घर वालों को बताया और धीरे-धीरे यह खबर पूरे शहर में फैल गई की देवराज का किसी ने मर्डर कर दिया। उसके बाद उदयपुर जिले में सांप्रदायिक दंगे हो गए क्योंकि देवराज को चाकू मारने वाला छात्र विशेष समुदाय का था। उदयपुर जिले के लोगों ने इसको कन्हैयालाल मर्डर जैसी घटना को बात कर शहर का माहौल खराब कर दिया। इसके बाद सरकार और प्रशासन को इंटरनेट बंद करके पूरे जिले मे बड़ी पुलिस बल तैनात किया गया।

घायल देवराज के लिए सरकार ने उदयपुर कोटा से डॉक्टर की टीम भेजी। पूरा मेडिकल स्टाफ देवराज के इलाज के लिए लगा हुआ था। वह छात्र थे कि देवरा जल्दी ठीक हो जाए।आज देवराज का ब्लड प्रेशर हाई हो गया था और उसके बाद देवराज की मौत हो गई।

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