हाथरस जिले के सहपऊ इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां कक्षा 2 के एक 11 वर्षीय छात्र की हत्या बलि देने के इरादे से की गई। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि स्कूल प्रबंधक और उसका पिता, कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर स्कूल की तरक्की के लिए बच्चे की बलि देना चाहते थे।
घटना
यह भयावह घटना 23 सितंबर की रात की है। डीएल पब्लिक स्कूल, रासगवां में 11 वर्षीय छात्र कृतार्थ अपने हॉस्टल के कमरे में सो रहा था। अगली सुबह वह मृत अवस्था में पाया गया। स्कूल प्रबंधक दिनेश बघेल बच्चे को कार में डालकर अस्पताल ले जाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन मौके पर पहुंचे परिजनों ने कार रोककर हंगामा शुरू कर दिया। जब पुलिस ने जांच की, तो बच्चे की गर्दन पर निशान मिले और मामले की गहराई से जांच शुरू की गई।
बच्चे के बलि का प्लान
पुलिस जांच में सामने आया कि दिनेश बघेल के पिता जशोधन सिंह ने स्कूल की आर्थिक तरक्की और देवताओं को प्रसन्न करने के लिए बलि देने की योजना बनाई थी। 22 सितंबर की रात, जब कृतार्थ गहरी नींद में था, तो उसे उठा कर स्कूल के पास एक ट्यूबवेल की कोठरी में ले जाया गया। वहां तांत्रिक क्रिया की जानी थी, लेकिन बच्चे की नींद खुलने पर वह रोने लगा। घबराहट में आरोपियों ने उसका गला दबाकर हत्या कर दी और शव को वापस हॉस्टल में रख दिया।
5 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में प्रबंधक दिनेश बघेल, उसके पिता जशोधन सिंह समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य गिरफ्तार आरोपियों में रामप्रकाश सोलंकी, लक्ष्मण सिंह, और वीरपाल सिंह उर्फ वीरू शामिल हैं। पुलिस ने सभी पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
स्कूल और शिक्षा विभाग की कार्रवाई
यह भी खुलासा हुआ है कि डीएल पब्लिक स्कूल बिना मान्यता के कक्षा 1 से 8 तक का संचालन कर रहा था, जबकि उसे केवल कक्षा 5 तक की मान्यता प्राप्त थी। इस घटना के बाद स्कूल को बंद कर दिया गया है, जिससे 700 छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। शिक्षा विभाग ने स्कूल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।