शिरोमणि अकाली दल के पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया है, जिसने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है। मान ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना राणावत के बारे में टिप्पणी की, जिसे कई लोगों ने आपत्तिजनक और अपमानजनक मानते हुए आलोचना की है। मान का कहना था कि कंगना राणावत को बलात्कार का ‘लंबा अनुभव’ है और यह टिप्पणी किसान आंदोलन के दौरान उनके द्वारा दिए गए एक बयान का जवाब थी।
सिमरनजीत सिंह मान ने कहा, “मुझे नहीं पता कि इस मामले में क्या कहूं, लेकिन कंगना राणावत को रेप का काफी अनुभव है। आप उनसे पूछ सकते हैं कि बलात्कार कैसे होता है, ताकि लोग समझें कि बलात्कार कैसे होता है।” यह टिप्पणी तब की गई जब मान से भाजपा सांसद के बयान के बारे में सवाल पूछा गया था, जिसमें कंगना राणावत ने किसान आंदोलन के दौरान बलात्कार की घटनाओं का उल्लेख किया था। मान की यह टिप्पणी तुरंत विवाद का विषय बन गई और पंजाब महिला आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की बात की है।
कंगना राणावत ने मान की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि यह देश कभी भी बलात्कार को तुच्छ समझना बंद नहीं करेगा। आज वरिष्ठ नेता ने रेप की तुलना साइकिल चलाने से कर दी। मनोरंजन के लिए महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हिंसा पुरुष-प्रधान राष्ट्र के मानस में इतनी गहराई तक व्याप्त है कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि इसका आसानी से शोषण किया जाता है। चाहे वह फिल्म निर्माता हो या राजनेता, महिलाओं का मजाक उड़ाया जाता है।”
कंगना राणावत ने 25 अगस्त को अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान हुए बलात्कार के मामलों का उल्लेख किया था। वीडियो में उन्होंने कहा कि अगर किसान आंदोलन के दौरान देश का नेतृत्व मजबूत नहीं होता, तो बांग्लादेश जैसे हालात बनने में समय नहीं लगता। उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन के दौरान लाशें लटका दी गईं और महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। कंगना ने यह भी आरोप लगाया कि किसान आंदोलन के पीछे विदेशी ताकतों, जैसे कि चीन और अमेरिका, का हाथ था।
भाजपा ने कंगना राणावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बयान पार्टी के रुख के अनुरूप नहीं है और पार्टी से इसका कोई संबंध नहीं है। भाजपा ने कहा कि कंगना को पार्टी की ओर से आधिकारिक पक्ष रखने का कोई अधिकार नहीं है और पार्टी सामाजिक समरसता और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के सिद्धांत में विश्वास करती है।