राजस्थान में उप-निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक मामले की जांच के तहत रविवार को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सगे भाई-बहन सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने जानकारी दी कि जालोर के देवदा गांव के रहने वाले दिनेश कुमार और उसकी बहन प्रियंका को पेपर लीक माफिया भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण की मदद से लीक प्रश्न पत्र पढ़ने और परीक्षा में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किए गए दिनेश कुमार और प्रियंका ने भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण के जरिए लीक पेपर प्राप्त किया था। जांच में पता चला कि गोपाल सारण ने जयपुर के 200 फीट बाईपास पर अपनी इनोवा कार में दिनेश और प्रियंका को परीक्षा से पहले लीक पेपर पढ़ाया था। परीक्षा के बाद, दोनों सफल हुए और उनके नाम चयनित अभ्यर्थियों की सूची में शामिल हो गए, जहां दिनेश की 99वीं और प्रियंका की 132वीं रैंक थी। दोनों को कोर्ट में पेश कर 11 अक्टूबर तक एसओजी रिमांड पर लिया गया है।
गिरफ्तार किए गए दिनेश कुमार और प्रियंका ने भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण के जरिए लीक पेपर प्राप्त किया था। जांच में पता चला कि गोपाल सारण ने जयपुर के 200 फीट बाईपास पर अपनी इनोवा कार में दिनेश और प्रियंका को परीक्षा से पहले लीक पेपर पढ़ाया था। परीक्षा के बाद, दोनों सफल हुए और उनके नाम चयनित अभ्यर्थियों की सूची में शामिल हो गए, जहां दिनेश की 99वीं और प्रियंका की 132वीं रैंक थी। दोनों को कोर्ट में पेश कर 11 अक्टूबर तक एसओजी रिमांड पर लिया गया है।
डमी अभ्यर्थी के जरिए धोखाधड़ी
एसओजी की जांच में यह भी सामने आया कि इस मामले में केवल पेपर लीक ही नहीं, बल्कि डमी अभ्यर्थी भी शामिल थे। पहले से गिरफ्तार की गई मंजू विश्नोई ने अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा पास की थी। अब उसकी बहन संतोष विश्नोई को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि मंजू और संतोष की जगह समीता उर्फ छम्मी विश्नोई ने डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी थी। छम्मी को पहले ही एसओजी द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि संतोष को 10 अक्टूबर तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
पेपर लीक माफिया की साजिश का पर्दाफाश
एसओजी ने हाल ही में पेपर लीक माफिया भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान गोपाल ने खुलासा किया कि उसने छह अभ्यर्थियों को लीक पेपर पढ़ाकर एसआई भर्ती परीक्षा दिलाई थी। गोपाल स्वयं 2014 में राजस्थान पुलिस में एसआई के पद पर नियुक्त हुआ था, लेकिन 2020 में एक क्रूड पाइपलाइन चोरी के मामले में उसकी संलिप्तता के कारण उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। गोपाल की गिरफ्तारी से पेपर लीक नेटवर्क की साजिश का एक बड़ा हिस्सा सामने आया है, जिसमें कई और उम्मीदवारों की संलिप्तता की जांच जारी है।
एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले में एसओजी की जांच अभी भी जारी है। अब तक 42 चयनित ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एसओजी को पेपर लीक से संबंधित मिल रही सूचनाओं की पुष्टि के बाद जांच की जा रही है, और दोषी पाए जाने पर गिरफ्तारी की जा रही है। एसओजी की टीम उन अन्य ट्रेनी एसआई पर भी नजर रख रही है, जिनकी संलिप्तता की संभावना है।