जोधपुर शहर से बुधवार को एक दुखद खबर आई, जहां सूरसागर विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक और समाजसेवी सूर्यकांता व्यास, जिन्हें जीजी के नाम से जाना जाता था, का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थीं और उनका डायलिसिस भी चल रहा था। बुधवार सुबह अचानक तबियत बिगड़ने पर उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल (एमजीएच) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूर्यकांता व्यास का राजनीतिक करियर बहुत ही शानदार और समर्पणपूर्ण रहा। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पार्षद के रूप में की और 1990 में पहली बार जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गईं। इसके बाद उन्होंने लगातार तीन बार इस सीट से चुनाव जीता। 2008 में परिसीमन के बाद, उन्होंने सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और तीन बार लगातार जीत हासिल की। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर नए उम्मीदवार देवेंद्र जोशी को टिकट दिया था।
जीजी के निधन से जोधपुर शहर में शोक की लहर दौड़ गई है। उनकी समाजसेवा और राजनीतिक योगदान को लोग हमेशा याद रखेंगे। सूर्यकांता व्यास पिछले 10 महीनों से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं। उन्हें जोधपुर एम्स और एमडीएम हॉस्पिटल में कई बार भर्ती कराया गया था। उनके निधन की अफवाह पहले भी सोशल मीडिया पर फैली थी, जिसका उनके बेटे ने खंडन किया था।
जीजी का निधन जोधपुर शहर के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके निधन पर कई प्रमुख नेताओं ने शोक जताया है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हैं। उनका योगदान और समाजसेवा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बने रहेंगे।