मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में रविवार रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई। यह हादसा इंदौर के खजराना क्षेत्र में उस समय हुआ, जब एक तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू कार ने रॉन्ग साइड से आकर एक स्कूटी को टक्कर मार दी। इस हादसे में स्कूटी पर सवार दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने तेज गति से कार चलाते हुए यह दुर्घटना की। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह अपने दोस्त को बर्थडे केक पहुंचाने की जल्दी में था।
कैसे हुआ हादसा
खजराना पुलिस थाने के प्रभारी मनोज सिंह सेंधव के अनुसार, यह हादसा रात करीब 11:30 बजे हुआ, जब लक्ष्मी तोमर (24) और दीक्षा जादौन (25) नामक दो महिलाएं खजराना गणेश मंदिर के मेले में भाग लेने के बाद अपने घर लौट रही थीं। वे अपनी स्कूटी पर सवार थीं और जैसे ही वे खजराना रोड से गुजर रही थीं, एक तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू कार, जो रॉन्ग साइड से आ रही थी, ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों महिलाएं सड़क पर गिर गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के तुरंत बाद आरोपी ड्राइवर मौके से फरार हो गया। दोनों महिलाओं को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सर्च ऑपरेशन शुरू किया और आरोपी ड्राइवर गजेंद्र प्रताप सिंह (28) को गिरफ्तार कर लिया। गजेंद्र ग्वालियर का रहने वाला है और इंदौर के सनसिटी इलाके में रह रहा था। वह इंदौर के एक बीपीओ में काम करता है और कुछ समय पहले ही उसने सेकेंड हैंड बीएमडब्ल्यू कार खरीदी थी। असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर कुंदन मंडलोई ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि गजेंद्र अपने दोस्त के जन्मदिन के लिए केक देने जा रहा था, और इसी जल्दी में उसने गलत दिशा में गाड़ी चलाई, जिससे यह हादसा हुआ।पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उसे हिरासत में ले लिया गया है।
हादसे में मारी गई महिलाओं की पहचान लक्ष्मी तोमर और दीक्षा जादौन के रूप में हुई है। लक्ष्मी तोमर मूल रूप से शिवपुरी की रहने वाली थी और इंदौर में रहकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही थी। पिछले साल उसके पिता का निधन हो गया था, और वह अपने परिवार की एकमात्र कमाने वाली सदस्य थी। लक्ष्मी एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी और परिवार के खर्चों का सारा बोझ उसी पर था।दूसरी ओर, दीक्षा जादौन ग्वालियर की रहने वाली थी और इंदौर में एक पब्लिक सेक्टर बैंक की शाखा में काम करती थी। दीक्षा के परिवार वालों को इस हादसे की खबर मिलने के बाद से घर में मातम का माहौल है। दोनों महिलाएं अपने परिवार के लिए आधार स्तंभ थीं, और उनकी असमय मृत्यु ने उनके परिजनों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
लक्ष्मी तोमर के परिवार के सदस्यों ने बताया कि लक्ष्मी अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए इंदौर में काम कर रही थी। उसके पिता के निधन के बाद से वह ही अपने परिवार की जिम्मेदारी उठा रही थी। परिवार ने इस हादसे के बाद न्याय की गुहार लगाई है और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।
पुलिस ने कहा कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।