दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नशे के कारोबार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स खेप पकड़ी है। इस ऑपरेशन में 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कोकीन जब्त की गई है, जो एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट से जुड़ी थी। इस सिलसिले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य किंगपिन तुषार गोयल भी शामिल है। खास बात यह है कि इस सिंडिकेट के तार दुबई से जुड़े पाए गए हैं, जहां D कंपनी का प्रभाव माना जाता है। पुलिस अब मामले की गहनता से जांच कर रही है, जिसमें मुंबई का कनेक्शन भी सामने आया है।
5000 करोड़ की कोकीन के पीछे दुबई और D कंपनी का कनेक्शन
इस बड़े ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश करते हुए दिल्ली पुलिस ने बताया कि 5000 करोड़ रुपये की कोकीन के तार दुबई से जुड़े हुए हैं। दुबई को लंबे समय से डी कंपनी का एक सुरक्षित ठिकाना माना जाता है, और वहां से ड्रग्स की खरीद-फरोख्त का धंधा आसानी से चलाया जाता है। जांच एजेंसियों को पहले से ही इस बात की जानकारी थी कि दुबई में डी कंपनी के नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा रहा है, और अब इस 5000 करोड़ की कोकीन के मामले में भी दुबई से जुड़े तार सामने आ रहे हैं। पुलिस के अनुसार, यह कोकीन दिल्ली में कई जगहों से एकत्र की गई थी और मुंबई में इसे हाई-प्रोफाइल लोगों को सप्लाई किया जाना था।
तुषार गोयल: मास्टरमाइंड और पॉलिटिकल कनेक्शन
इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी तुषार गोयल की पृष्ठभूमि चौंकाने वाली है। गोयल 2022 तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के RTI सेल का चेयरमैन रह चुका है। उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल से भी यह खुलासा हुआ है कि वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस से जुड़ा रहा है और उसके कई कांग्रेस नेताओं के साथ फोटो भी सामने आए हैं। गोयल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपना नाम ‘डिग्गी गोयल’ रखा हुआ था और पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह 2022 तक दिल्ली कांग्रेस के RTI सेल का प्रमुख था। उसकी राजनीतिक पहुंच ने भी पुलिस की जांच को और जटिल बना दिया है।
तुषार गोयल के साथ पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें उसका ड्राइवर औरंगजेब सिद्दीकी, हिमांशु, और भरत जैन शामिल हैं। औरंगजेब सिद्दीकी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले का निवासी है और पिछले कुछ समय से तुषार गोयल के ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था।हिमांशु की बात करें तो वह पहले एक बाउंसर था और बाद में तुषार गोयल के साथ ड्रग्स के इस धंधे में शामिल हो गया। वहीं, भरत जैन वह व्यक्ति है जिसने मुंबई से 15 किलो कोकीन दिल्ली लाने का काम किया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को इस मामले में मुंबई के कनेक्शन के बारे में और भी जानकारी मिली, जिसे वह अब और विस्तार से खंगाल रही है।
दिल्ली पुलिस को पहले गिरफ्तार आरोपियों के पास से 15 किलो कोकीन मिली थी, लेकिन आगे की पूछताछ के बाद पुलिस ने महिपालपुर स्थित एक गोदाम पर छापा मारा, जहां से बाकी की कोकीन बरामद की गई। यह कोकीन 23 कार्टन और 8 यूएस पोलो शर्ट के कवर में छिपाकर रखी गई थी। पुलिस के अनुसार, ड्रग्स को इस तरह से छिपाने का उद्देश्य इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाना था, ताकि किसी को शक न हो।
ड्रग्स की बरामदगी और उसका छिपाने का तरीका
इस ड्रग्स सिंडिकेट को मिडिल ईस्ट के हैंडलर द्वारा ऑपरेट किया जा रहा था, जो इस पूरे नेटवर्क की कमान संभाल रहा था। दिल्ली में यह ड्रग्स अलग-अलग शहरों से पहुंचाई गई थी और यहां से इसे मुंबई और अन्य बड़े शहरों में सप्लाई किया जाना था। पुलिस अब इस मिडिल ईस्ट हैंडलर की पहचान करने में जुटी है और उसके नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है।