जोधपुर के फलोदी जिले के देचू थाने में एक युवक ने थाने के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उसे एक नाबालिग के दुष्कर्म मामले में हिरासत में लिया था। पुलिस के अनुसार, युवक ने गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या की, जबकि युवक के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उसकी हत्या की है।
मामला एक दिव्यांग लड़की से जुड़ा है, जो बोल और सुन नहीं सकती। लड़की के पेट दर्द की शिकायत के बाद जब उसकी सोनोग्राफी करवाई गई, तो पता चला कि वह गर्भवती है। इसके बाद लड़की ने परिवार को बताया कि चार महीने पहले उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। लड़की के बयान के आधार पर, परिवार ने देचू थाने में आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
युवक के परिवार का कहना है कि पुलिस ने उसे तीन दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया था और हिरासत में उसकी बुरी तरह पिटाई की गई। हालांकि, पुलिस का दावा है कि युवक को केवल एक दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया था। घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे।
ग्रामीण पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं, जबकि पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को शांत करने की कोशिश की।