गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े एक बड़े मामले में पंजाब पुलिस ने अहम खुलासा किया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि लॉरेंस बिश्नोई ने अपना चर्चित इंटरव्यू जयपुर की सेंट्रल जेल से दिया था। इस इंटरव्यू के बाद पुलिस प्रशासन पर कई सवाल उठे थे कि आखिर कैसे एक कुख्यात गैंगस्टर जेल में रहते हुए इंटरव्यू दे सकता है। इस मामले को लेकर पंजाब पुलिस लंबे समय से जांच कर रही थी, और अब जाकर पता चला है कि बिश्नोई ने यह इंटरव्यू जयपुर की सेंट्रल जेल से जूम एप के जरिए दिया था।
पंजाब पुलिस ने दर्ज किया केस
इस मामले की जांच के दौरान, पंजाब पुलिस ने घटना का स्थान जयपुर, राजस्थान को चिन्हित किया है। इसके बाद पंजाब पुलिस ने इस बारे में राजस्थान पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजा, और इस पर जयपुर के लालकोठी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। पंजाब के मोहाली में इस केस को लेकर पहले ही 6 जनवरी, 2024 को एक मामला दर्ज किया गया था, जब इंटरव्यू सामने आया था।
यह इंटरव्यू आने के बाद लोगों के बीच सवाल उठने लगे थे कि जेल में रहते हुए लॉरेंस ने यह इंटरव्यू कैसे दिया। इसे लेकर जेल प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे। पंजाब पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले को गंभीरता से लिया और गहन जांच के बाद जयपुर को इंटरव्यू का स्थान चिन्हित किया। यह इंटरव्यू जूम एप के माध्यम से एक चैनल को दिया गया था।
लॉरेंस बिश्नोई पर कई गंभीर मामले दर्ज
लॉरेंस बिश्नोई का नाम भारत के कई बड़े आपराधिक मामलों से जुड़ा हुआ है। वह कई राज्यों में दर्ज गंभीर मामलों में वांछित है। देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर एक राज्य से दूसरे राज्य लेकर जाती रहती है। पेशी के दौरान भी उसे एक शहर से दूसरे शहर ले जाया जाता है। वह पहले भी कई जेलों में रह चुका है, लेकिन जेल में रहते हुए भी वह अपनी गैंग का संचालन जारी रखता है।
कुछ साल पहले लॉरेंस ने जोधपुर कोर्ट परिसर में सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी, जो काफी सुर्खियों में रही थी। वह तब से ही पुलिस और मीडिया की निगरानी में है। लॉरेंस की गैंगस्टर छवि और उसकी बढ़ती आपराधिक गतिविधियां देश भर में चिंता का विषय बनी हुई हैं। पुलिस के प्रयासों के बावजूद, वह जेल से ही अपने आपराधिक नेटवर्क का संचालन करता रहा है।
पंजाब पुलिस की जांच के बाद राजस्थान पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाई है। जयपुर के लालकोठी थाने में लॉरेंस और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है, और अब इस मामले की जांच राजस्थान पुलिस द्वारा आगे बढ़ाई जाएगी। राजस्थान और पंजाब पुलिस के बीच इस मामले में समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि इंटरव्यू से जुड़ी अन्य कड़ियों का भी खुलासा किया जा सके।
जेल प्रशासन पर सवाल
यह मामला जेल प्रशासन के लिए भी बड़ा सवाल खड़ा करता है। आखिर कैसे एक कैदी, जो कई गंभीर मामलों में वांछित है, जेल के अंदर रहते हुए इस प्रकार का इंटरव्यू दे सकता है? इसे लेकर जेल में सुरक्षा मानकों और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। जेल के अंदर से जूम एप के माध्यम से इंटरव्यू देना दर्शाता है कि वहां सुरक्षा में भारी चूक हुई है।