सावन मास मे आने वाली अमावस को हरियाली अमावस को कहते हे। सनातन धर्म मे हरियाली अमावस का महत्व बहुत बड़ा हे। इस हरियाली अमावस को दान पुण्य करा जाता हे और और नए नए पेड-पौधे भी लगाए जाते हे।इस अमावस पर पितरो की आराधना के साथ साथ शिव, विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा का महत्व हे। शास्त्रों मे कहा जाता हे की हरियाली अमावस को नदियों मे नहाने से सारे पाप धूल जाते हे। सबसे ज्यादा हरिद्वार, नासिक, गया, उज्जैन जैसे तीर्थों की नदियों में स्नान और दान करने से व्यक्ति के जन्मों-जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं और सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। इस बार आज 4 अगस्त को हरियाली अमावस मनाई जाएगी।
ऐसा कहा जाता हे कई घर मे घी का दीपक करें जिसमे 2 नग लौंग और थोड़ा केसर डाल दे जिससे की आपकी आर्थिक तंगी दूर होंगी। इसके अलावा तुलसी पर दीपक जलाकर भगवान विष्णु का ध्यान करे जिससे की लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती हे। हरियाली अमावस को तुलसी माता को लाल रंग की चुनरी जरूर अर्पित करें।साथ ही तुलसी में कच्चा दूध अर्पित करें और शाम में तुलसी के पास घी का दीपक जलाकर उसकी परिक्रमा करे जिससे की आपके घर मे धन की कमी ना होंगी।
वैसे अमावस पर घर के पितरो का दिवस भी होता हे कहा जाता हे इस हरियाली अमावस को पितर स्वर्ग से धरती पर आते हे इसलिए आज के दिन पीपल की पेड़ की पूजा सरसो के तेल से करें और पीपल पर जल चढ़ाए जिसके की घर के पितर ख़ुश होते जिस कारण घर मे खुशहाली बनी रहती हे। कुछ ज्योतिष लोगो का ये भी कहा जाता हे की हरियाली अमावस के दिन आम, आंवला, नीम, वट और पीपल जैसे वृक्ष और तुलसी जैसे पौधे को लगाना चाहिए जिससे की पितर भी प्रसन्न होते हे।
वैसे सावन का महीना शिव का महीना होता हे और शिवभक्त इस इस महीने मे शिव मंदिर और शिवालय मे शिव लिंग का अभिषेक करते रहते हे। हरियाली अमावस को शिव भक्त शिव लिंग का रूद्र अभिषेक करते हे और पंचामृत से अभिषेक करते हे। कहा जाता हे की हरियाली अमावस को शिव लिंग पर पुरे दिन अभिषेक करने से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते और मनचाहा वरदान देते हे।
हरियाली अमावस का शुभ योग –हरियाली अमावस्या पर इस बार कई सारे शुभ योगों का निर्माण होने जा रहा है।आज पुष्य नक्षत्र, सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि पुष्य योग का निर्माण होने जा रहा है. रवि पुष्य योग सुबह 5 बजकर 44 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग भी इसी समय बनेगा।