आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को मनी लॉन्ड्रिंग मामले मे बड़ी राहत मिली है। मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने पिछले साल फरवरी में गिरफ्तार किया था। मनीष सिसोदिया को उसके बाद जमानत नहीं मिली जबकि मनीष संशोधन है तीन बार सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी लगाई लेकिन आज मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। मनीष सिसोदिया को ED और सीबीआई 10-10 लाख का बोर्ड भरना होगा।
अभी तक अदालत से जो मामला सामने आया है। मनीष सिसोदिया को हर सोमवार को थाने में हाजरी लगानी होगी उसके अलावा मनीष सिसोदिया का पासपोर्ट जप्त होगा। मनीष सिसोदिया को जमानत देने के पीछे सबसे बड़ा कारण है कि अभी तक केस के ट्रायल नहीं हुआ है। निश्चित शुद्ध को तीन शर्तों के ऊपर जमानत मिली है
1- मनीष सिसोदिया को 10 लाख का जमानती मुचलका का भरना होगा।
2- मनीष सिसोदिया को अपना पासपोर्ट भी सरेंडर करवाना होगा
3- मनुष्य सिसोदिया को हर सोमवार को थाने में हाजिर लगानी होगी।
मनीष सिसोदिया को जमानत मलिक के बाद आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बताया कि सिसोदिया को 17 महीने की जेल में रखा गया उसका हिसाब कौन देगा। संजय सिंह मनीष सिसोदिया को जमानत मिलने पर सरकार की हार बता रहे हे। संजय सिंह को लगता है कि मनीष सिसोदिया को जमानत मिलना आरोप से बडरी होना है।
सुप्रीम कोर्ट ने 3 दिन पहले इस फैसले को सुरक्षित किया था और आज सुप्रीम कोर्ट ने उनको जमनात दे दी हे। सुप्रीम कोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाते हुए कहा,’जमानत के मामले में हाईकोर्ट और ट्रायल कोर्ट सेफ गेम खेल रहे हैं। सजा के तौर पर जमानत से इनकार नहीं किया जा सकता। अब समय आ गया है कि अदालतें समझें कि जमानत एक नियम है और जेल एक अपवाद है।