मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल को लेकर खबरें तेज हो रही हैं कि वे जल्द ही कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकते हैं। कन्हैया मित्तल, जो “राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे” जैसे भजनों के लिए प्रसिद्ध हैं, ने अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सार्वजनिक तौर पर तारीफ की है। इसके बावजूद अब उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें सामने आ रही हैं। कई निजी चैनलों को दिए इंटरव्यू में मित्तल ने इस खबर की पुष्टि भी की है।
कांग्रेस के प्रति कन्हैया मित्तल का रुझानएक निजी टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कन्हैया मित्तल ने कहा, “कांग्रेस के लिए हमेशा मेरे दिल में सॉफ्ट कॉर्नर रहा है। मेरे मन में कांग्रेस बसी हुई है।” मित्तल ने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी ने फैलाया कि वह उनके लिए गाने गाते हैं, जबकि असलियत यह है कि उनके भजनों का इस्तेमाल किया गया और इसका नुकसान उन्हें भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी किसी राजनीतिक पार्टी के लिए प्रचार नहीं किया, बल्कि उनका उद्देश्य हमेशा सनातन धर्म और राष्ट्र की सेवा करना रहा है।
कन्हैया मित्तल ने यह भी कहा कि अगर राम मंदिर का उद्घाटन डॉ. मनमोहन सिंह करते, तो वह उनके नाम पर भी भजन बना देते। उन्होंने कहा, “हमें व्यक्ति विशेष पर ध्यान देने के बजाय राष्ट्र और सनातन की बात करनी चाहिए।” मित्तल ने जोर देकर कहा कि उनके उसूल सनातन धर्म से जुड़े हैं, और अगर कभी उन्हें लगा कि कांग्रेस पार्टी उनके उसूलों से भटक रही है, तो वे कांग्रेस को भी छोड़ देंगे।
बीजेपी की प्रतिक्रिया
कन्हैया मित्तल के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा नेता ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा, “कन्हैया मित्तल कभी भी भाजपा के प्रचारक नहीं रहे, उन्होंने हमेशा सनातन धर्म का प्रचार किया है।” गुप्ता ने यह भी कहा कि मित्तल आज भी सनातन के साथ खड़े हैं और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि मित्तल कांग्रेस में जा रहे हैं।
कन्हैया मित्तल का राजनीतिक रुझान
सूत्रों के मुताबिक, कन्हैया मित्तल हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट मांग रहे थे, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। मित्तल, जो खाटू श्याम बाबा के भजनों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं, ने इस बात को लेकर खुलासा नहीं किया है कि वह राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगे या नहीं, लेकिन उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।