कानपुर देहात जिले में एक बड़ी रेल दुर्घटना होते-होते बच गई जब रेलवे ट्रैक पर एक छोटा एलपीजी गैस सिलेंडर पाया गया। इस सिलेंडर के चलते कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश रची गई थी। यदि ट्रेन तेज गति से सिलेंडर से टकरा जाती, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। इस घटना को एक सुनियोजित साजिश के रूप में देखा जा रहा है, जिसकी आशंका पिछले कुछ दिनों से लगाई जा रही थी।
कानपुर देहात के रेलवे ट्रैक पर एलपीजी का छोटा सिलेंडर पाए जाने के बाद रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों ने इसे गंभीरता से लिया है। सिलेंडर के अलावा ट्रैक के पास से पेट्रोल और बारूद भी बरामद किया गया है, जिससे यह साफ हो गया है कि किसी बड़े हादसे को अंजाम देने की योजना बनाई गई थी। कालिंदी एक्सप्रेस, जो प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही थी, को निशाना बनाकर यह साजिश रची गई थी।

घटना के समय ट्रेन की गति धीमी थी, जो लोको पायलट के लिए एक वरदान साबित हुई। ट्रेन के चालक ने समय रहते ट्रैक पर पड़े सिलेंडर को देख लिया और तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। लोको पायलट की इस सतर्कता की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। इसके बाद रेलवे अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई और जांच शुरू कर दी गई।
यह पहली बार नहीं है जब रेलवे ट्रैक पर इस तरह का सिलेंडर मिला हो। इससे पहले भी, नॉर्थर्न सेंट्रल रेलवे के प्रयागराज डिवीजन के पेरम्बूर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक छोटा एलपीजी सिलेंडर पाया गया था। वहां भी मालगाड़ी के गुजरने से पहले लोको पायलट ने समय रहते ट्रेन को रोक दिया था, जिससे एक और बड़ा हादसा टल गया था।
घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने जांच शुरू कर दी है। साथ ही इस मामले में स्थानीय पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है। साजिश के पहलुओं की गहन जांच की जा रही है और इस बात की भी जांच की जा रही है कि इस घटना के पीछे कौन हो सकता है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सुराग जुटाने में लगी हुई हैं।
कानपुर में इस तरह की घटना पहले भी सामने आई थी जब 8 सितंबर की रात करीब 8:30 बजे कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश की गई थी। उस समय भी प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी गैस से भरे सिलेंडर से टकरा गई थी। हालांकि, उस वक्त भी कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था।
कानपुर में इस तरह की घटना पहले भी सामने आई थी जब 8 सितंबर की रात करीब 8:30 बजे कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश की गई थी। उस समय भी प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी गैस से भरे सिलेंडर से टकरा गई थी। हालांकि, उस वक्त भी कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था।