अजमेर के किशनगढ़ में एचडीएफसी बैंक के एटीएम बूथ से पौने 5 लाख रुपये की लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले कुख्यात मेव गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी गांधीनगर थाना पुलिस और एसपी स्पेशल टीम के संयुक्त प्रयासों के बाद संभव हो पाई। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूट की वारदात में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद की है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) देवेन्द्र कुमार विश्नोई ने जानकारी दी कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान हरियाणा के नूह पीनगवा औथा निवासी जान मोहम्मद उर्फ फिराजे मेव (46), भरतपुर के डीग कामां उदाका निवासी साजिद मेव (23) और अलवर के तिजारा सिरोली कला निवासी राशीद उर्फ युसूफ (31) के रूप में हुई है। इन तीनों को किशनगढ़ रोडवेज बस स्टैंड से पकड़ा गया है।
विश्नोई ने बताया कि 14 अगस्त की रात को किशनगढ़ के गांधीनगर थाना क्षेत्र में स्थित मार्बल सिटी हॉस्पिटल के पास एचडीएफसी बैंक के एटीएम बूथ में लूट की वारदात हुई थी। लुटेरों ने एटीएम मशीन को गैस कटर की मदद से काटकर उसमें से 4 लाख 73 हजार रुपये की नकदी निकाल ली थी। एटीएम केश-ट्रे सहित मशीन के अन्य हिस्सों को भी लुटेरे अपने साथ ले गए थे। इस लूट की घटना के बाद एचडीएफसी बैंक के शाखा प्रबंधक मितुल कुमार जानी ने पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया था।
लूटकांड की जांच के लिए अजमेर पुलिस ने एएसपी (ग्रामीण) दीपक कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया, जिसमें सीओ किशनगढ़ महिपाल चौधरी और गांधीनगर थाना प्रभारी सुरेश कुमार सोनी भी शामिल थे। पुलिस टीम ने तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी का इस्तेमाल कर जांच की, जिससे उन्हें आरोपियों की पहचान और ठिकानों का पता चला।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि लुटेरों ने एटीएम काटने का तरीका सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर सीखा था। वे केवल 8 मिनट के भीतर पूरी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे। आरोपियों की योजना और गति ने पुलिस को हैरान कर दिया, लेकिन उनकी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने लुटेरों को पकड़ने में सफलता दिलाई।