इंडियन कोस्ट गार्ड के DG राकेश पाल का आज का दौरा पड़ने से निधन हो गया। राकेश पाल को सुबह बेचैनी से महसूस हुई और वह खुद को दिखाने राजीव गांधी सरकारी हॉस्पिटल गए। जॉब पर उनका इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया। पढ़ती करने के बाद तुरंत प्रभाव से उनका इलाज शुरू किया गया लेकिन कुछ ही देर बाद उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जाता है कि दोपहर को 2:30 बजे उनको अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन शाम को 7:00 बजे उनकी अस्पताल में ही इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों की टीम में उनको बचाने के लिए भरपूर कोशिश की लेकिन उनकी कोशिश असफल हुई। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम॰ के॰ स्टालिन नहीं राजीव गांधी सरकारी अस्पताल में श्रद्धांजलि दी। आधिकारिक जानकारी दी गई कि उनका पार्थिव शरीर दिल्ली लाया जाएगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज चेन्नई में तटरक्षक बल के समुद्री बचाव और समन्वय केंद्र की नई इमारत का उद्घाटन किया था। जब राजनाथ सिंह सेवा के अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे इस वक्त राकेश पाल के सिनेमैटिक दर्द हुआ और उनको बेचैनी और घबराहट हुई। भाई से सीधे राजीव गांधी सरकारी अस्पताल ले जाया गया। इस समारोह का समन्वय करने के लिए भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल चेन्नई में थे। राजनाथ सिंह ने अपने सोशल अकाउंट X पर राकेश पाल की श्रद्धांजलि के लिए शोक व्यक्त किया।
राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा आज भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल के असामयिक निधन पर गहरा दुख हुआ।वे योग्य और प्रतिबद्ध अधिकारी थे, जिनके नेतृत्व में ICG भारत की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में बड़ी प्रगति कर रहा था। उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।
पूर्व महानिदेशक वीरेंद्र सिंह पठानिया की सेवानिवृत्ति के बाद राकेश पाल भारतीय तटरक्षक बल के 25वें महानिदेशक बने थे। राकेश पाल को 2013 में तटरक्षक पदक और 2018 में राष्ट्रपति के तटरक्षक पदक से उनको सम्मानित किया जा चूका है। वो उतर प्रदेश के रहने वाले थे। उन्हें 2022 फरवरी में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर प्रमोट किया गया और पोस्ट हेडक्वार्टर में एडिशनल महानिदेशक के रूप में भी अपॉइंटमेंट किया गया। राकेश पाल ने कई बड़े-बड़े ऑपरेशन किया और उन्होंने ट्रस्ट मुस्लिम प्रसाद और सोने चांदी के बहुत महंगे महंगे ब्लैक मनी पकड़ी।