जया व्यास ( क्रिकेट एक्सपर्ट )
ईशांत शर्मा, भारतीय क्रिकेट टीम के एक प्रमुख तेज गेंदबाज, 2 सितंबर को 36 साल के हो गए। 1988 में दिल्ली में जन्मे ईशांत ने अपने तेज रफ्तार और सटीक यॉर्कर गेंदों से क्रिकेट जगत में अपनी पहचान बनाई है। वह भारत के लिए 100 या उससे अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले एकमात्र तेज गेंदबाज हैं। पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले थे, लेकिन वह बतौर ऑलराउंडर माने जाते थे, जबकि ईशांत पूरी तरह एक फास्ट बॉलर के रूप में जाने जाते हैं।
ईशांत शर्मा का क्रिकेट करियर यादगार पलों से भरा हुआ है, जिनमें से एक पल ऐसा है जिसने उनकी प्रसिद्धि को बढ़ाया। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट मैच के दौरान ईशांत ने उस समय के दिग्गज बल्लेबाज रिकी पोंटिंग को आउट कर सबको चौंका दिया था। उस वक्त भारतीय टीम सीरीज में 0-2 से पीछे थी और ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 16 टेस्ट मैच जीत रखे थे। पर्थ की उछाल और रफ्तार वाली पिच पर, जहां भारत का रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं था, इशांत ने अपनी तेज गेंदबाजी से रिकी पोंटिंग जैसे अनुभवी बल्लेबाज को बार-बार परेशान किया। उस समय इशांत सिर्फ 19 साल के थे और उन्होंने अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में यह कारनामा कर दिखाया।
दिल्ली में पले-बढ़े इशांत ने घरेलू क्रिकेट में अपनी शुरुआत की और जल्द ही अपनी तेज गति और स्विंग के चलते राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई। 2007 में उन्होंने भारत के लिए वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया और 19 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद से इशांत ने 105 टेस्ट मैचों में 311 विकेट हासिल किए, जिसमें कई महत्वपूर्ण मैच शामिल हैं जहां उन्होंने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
वनडे क्रिकेट में भी ईशांत ने भारत के लिए 80 मैच खेले हैं और 115 विकेट अपने नाम किए हैं। इसके अलावा, टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 14 मैचों में 8 विकेट लिए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी ईशांत का प्रदर्शन शानदार रहा है, जहां उन्होंने 110 मैचों में 92 विकेट झटके हैं।
ईशांत शर्मा को भारत के सबसे प्रभावशाली तेज गेंदबाजों में से एक माना जाता है। उनकी तेज रफ्तार गेंदबाजी और सटीक यॉर्कर ने उन्हें विरोधी बल्लेबाजों के लिए एक बड़ा खतरा बना दिया है। क्रिकेट के सबसे बड़े मंच पर उन्होंने कई बार साबित किया है कि वह एक मैच विनर हैं। उनके उड़ते बालों और आक्रामक गेंदबाजी ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक चमकता सितारा बना दिया है, जिसे आने वाले वर्षों में भी याद किया जाएगा।